🌷🌹 होली के गुलाल में अब वो रंग कहाँ 🌹🌷 🙏🌹🌷(कृपया अनुशीर्षक में पढ़ें)🌷🌹🙏 🌷होली के गुलाल में अब वो रंग कहाँ🌷 होली के गुलाल में अब वो रंग कहाँ, नकली चेहरों पर जो रंगों को लगाते हो। तुम्हारे कारनामों को उजागर ना कर दे, रंगों से विभत्स चेहरों को तुम छुपाते हो। होली के गीतों में अब वो राग कहाँ,