न नशा है ,न वजह ,न चाँद है ,न अंधेरा ,न तेरी यादें साँसों की बोझ ढोने को ए ज़िन्दगी ,मुबारक हो तुझे ,एक और दिन #पारस #शायरी #ज़िन्दगी #सांसें