तुम्हारे आने के साथ तुमने जो की थी दुआएँ मेरे लिए वो आज ईद का चांद बनकर आसमां में नज़र आये Kuch alfaaz is shaam ke naam HAPPY EID YQIANS - NANDINI SRIVASTAVA ईद के चाँद की खोज में हर बरस , दिखती दुनियाँ बराबर ये बेजार है बाँटने को मगर सब पे अपनी खुशी, कम ही दिखता कहीं कोई तैयार है ईद दौलत नहीं ,कोई दिखावा नहीं , ईद जज्बा है दिल का ,खुशी की घड़ी रस्म कोरी नहीं ,जो कि केवल निभे ,