Nojoto: Largest Storytelling Platform

घर का एक कोना चाहिए था मुझे सदा से जिसे ढूंढा मै

घर का एक कोना 
चाहिए था मुझे सदा से 
जिसे ढूंढा मैंने बरसों 
ताकि बिता सकूँ 
कुछ पल सुकून के 
जान सकूँ अपने अंतस में 
छुपी खुद को 
पर कहाँ मिलती है आज़ादी स्त्री को 
अपने छोटे छोटे सपनों को जीने की 
कभी समय की बर्बादी तो कभी ज़िम्मेदारियों के ताने 
रह गया अधूरा मेरा वो सपना सलोना 
बीते पल वापस नहीं आते इसलिए अब 
बना ली है लोगों की भीड़ में ही एक अलग दुनिया मैंने 
अब मायने नहीं रखता मेरे लिए 
उसका होना, ना होना 
#मेरे घर का एक कोना~🏩

©K.Shikha
  #motivatedlife