White दुश्मनों से क्यों करूँ मैं अब गिला । दोस्तों से मिल रही नफ़रत मुझे ।। प्यार का अंजाम तो देखा अभी । दुश्मनी भी देख लूँ हसरत मुझे ।। कुछ नही कहना किसी से आज है । देखना है आज बस चाहत मुझे ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दुश्मनों से क्यों करूँ मैं अब गिला । दोस्तों से मिल रही नफ़रत मुझे ।। प्यार का अंजाम तो देखा अभी ।