जन्म लेती है तो बाप की मुस्कान बनती है भाई की सबसे अच्छी दोस्त बनती है घर की लक्ष्मी बनती है इन सबके बावजूद पराये घर की मानी जाती है। वो बेटियां जो बेटों से कहीं ज्यादा सगी होती है मां बाप की तबियत ख़राब लगे तो दौड़े आती है फिर भी बेटियां पराई मानी जाती है। राखी ले कर घण्टों भूखे प्यासे भाई के आने की इंतजार करती है होठ जब सुख जाये तो भी हिम्मत नहीं हारती माँ के ना होने पर भी माँ जैसा ख्याल रखती है फिर भी क्यों बेटियां पराई घर की मानी जाती है। @ तन्मय ©Adarsh k Tanmay #HappyDaughtersDay2021