#Lake#मैं तुम्हारी तुमसे मुलाकात नहीं हो सकती हूं
ना किसी की जमीन
ना किसी का आसमान हो सकती हूं
ख्याल में खुदके भी नहीं लिखती हूं
किसी का ख्वाब नहीं हो सकती हूं
ना दिन हो सकती हूं ना रात हो सकती हूं
ना सुबह हो सकती हूं ना शाम हो सकती हूं
ना जन्म हो सकती हूं ना मरन हो सकती हूं #Bhakti