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# "ख़्यालों की महफ़िल में, दीदार | English Poetry

"ख़्यालों की महफ़िल में,
दीदार की तलब है;
बेसुध हैं जो ख़ुद से,
प्यार की चमक है!

इक़रार है आँखों में,
इज़हार की ललक है;
बेक़रार से दिल में,
anjalisinghal5635

Anjali Singhal

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New Creator
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"ख़्यालों की महफ़िल में, दीदार की तलब है; बेसुध हैं जो ख़ुद से, प्यार की चमक है! इक़रार है आँखों में, इज़हार की ललक है; बेक़रार से दिल में, #Poetry #AnjaliSinghal

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