ये जो वक़्त की चादर, ओढ़ी है मेरे नसीब ने । नज़रों की सूई से, पलों के धागों को, कसीदा किया है । महीन लम्हों की कढ़ाई, सब देखते हैं ।। #महीन #CalmKaziWrites #YQBaba #YQDidi #Time #Thread #Blanket #हिंदी #कविता #वक़्त #धागा #कढ़ाई #कंबल #चादर Click on #WaqtKiDosti for more