//पश्मीना//
हिज़्र वो वक़्त का बाट है जो तक़ाज़ों को तोलता है।
मेरा ये मानना है और शायद ग़लत ही समझता हूँ के हर एक की ज़िंदगी में पूस और पतझर दो मौसम इस ख़्याल के बड़े गहरे दोस्त हैं। एक ख़ुशी में बहुत सुहाता है और दूसरा ग़म में। और तो और कई बार आपस में म्यूसिकल चेयर खेलते हैं दोनों।
ताज्जुब की बात तो ये के अब तक आप ग़र मेरी बात से हल्का सा भी इत्तेफ़ाक रखते हैं तो मुस्कुराएँगे। और ये हल्की सी मुस्कान सिर्फ़ हमारे ख़्याल मिलने या आपके इस बात से सहमत होने की नहीं। पर इस स्वभाव का परिपक्व परि #Hindi#yqdidi#microstory#365days365quotes#calmkaziwrites#CalmKaziShorts