शहर इन शहरों की जिंदगी में खो गयी हैं संतरे की टॉफ़ियाँ कागज की नावें चार पर्ची चोर सिपाही टायर की गाड़ी नीम पर पड़ा झूला कंचों की चमक पेड़ों की डालियाँ खेतों की सैर जाने कितना कुछ छूट गया है जब से यह शहर मेरा हो गया है। #चार पर्ची #कंचे #झूला