एक छोटी सी कश्ती को तुफानो से मिला देती है, ये जिम्मेदारियाँ है जनाब,बहुत कुछ सीखा देती है।। जो हर सुख दुःख में हमेशा साथ रहे, उन यारो को भी दूर रहना सिखा देती है, ये जिम्मेदारियाँ है जनाब, यारो का साथ छुड़ा देती है। जिस माँ के आँचल में सदा महफ़ूज़ रहे, उस आँचल को भी छुड़ा देती है, ये जिम्मेदारियाँ है जनाब, उस माँ के बिना रहना सीखा देती है। जिस घर में खेलते पूरा बचपन बीत गया, उस घर को भी जहन से मिटा देती है, ये जिम्मेदारियाँ है जनाब, एक कमरे में रहना सीखा देती है। जिस शहर की गलियों में हर शाम घूमे थे, उन गलियों को भी भुला देती है, ये जिम्मेदारियाँ है जनाब, अपने ही शहर को पराया बना देती है। एक छोटी सी कश्ती को तुफानो से मिला देती है, ये जिम्मेदारियाँ है जनाब,बहुत कुछ सीखा देती है।। __Altaf husain #zimmedariya