दरीया दिल मै और समन्दर निगाह मे रखते है! मेरे जैसे शक्स यकीन बस खुदा पे रखते है ! कदर- ओ-अलम की बाते होती नही हमसे लिहाजा सच हमेशा जुबा पर रखते है! कभी कभी हो जाते है! खुश्क मगर दर्द जमाने को बया न हो ऐसा हूनर अपनी अदा मे रखते है! कनक तेलंग ©kt #Valley #vally