White होश में, बेख़ुदी में होते हैं हादसे ज़िन्दगी में होते हैं इश्क़ करके यकीं ये आया है सब सुकूँ बे-कली में होते हैं सामने होता है तेरा चेहरा और हम रोशनी में होते है ज़िक्र जिस बज़्म में तुम्हारा हो हम तो दाख़िल उसी में होते हैं तू फ़क़त मुझमें ढूँढ़ा करता है नुक़्स तो हर किसी में होते हैं. हम उन्हें याद करते-करते सुनो जज़्ब पिछली सदी में होते हैं ख़ाक समझेंगे क्या है आज़ादी लोग जो नौकरी में होते है मीठा बजती है बात सच है मगर छेद कुछ बाँसुरी में होते हैं जब कभी चाय तुम बनाती हो कुछ बशर केतली में होते हैं ©Ghumnam Gautam #Sad_Status #होश #हादसा #बाँसुरी #ghumnamgautam https://youtu.be/_B5c7rtNdeE?si=R-ZQyH-WK0CpiXz7