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अज़ब रुसवाइयाँ हैं ये, अज़ब ये जग हंसाई है मैं तुझ

अज़ब  रुसवाइयाँ  हैं ये, अज़ब ये जग हंसाई है
मैं तुझमें और तू मुझमें, दिलों जां तक समाई  है   
जमीं पर आ गिरें हैं जो बिखर कर चाँद के मोती 
कसम से कह रहा हूँ ,आज रातें जगमगाई  है ...... 'नीर'

©Neeraj Neer
  #Aurora