माना की अब मेरे लतिफे तुम्हें नही हंसाती क्या अब तुम्हें हमारी याद बिल्कुल नहीं आती वोह तुम्हारा नोट्स जान बुझ कर भुल जाना वोह मेरा वक्त वे वक्त मिलने के अजिब अजिब बहाने बनाना क्या याद नही आती # याद नहीं आती