मुस्कुरते रहो । कभी तो मुस्कुरा लिया करो बे वजह, बिन बात कुछ् पल बिता लिया करो अपनो के साथ। माना ज़िन्दगी की दौड़ मै हम सब भागने मै है लगे , दिन से शुरु रात पे खत्म एैसी परेशानियों मे है उल्झे। कभी तो इस सावन वाली बरसात मै थोडा़ ही सही नादान होकर भीग लिया करो दिल बेचैन या हों नम अॉंखें छुपा के गम सारे तुम मुस्कुरा लिया करो । ज़िन्दगी यूॉं ही गुजरती जा रही है रिस्ते- नाते और अपनो के बिना, ए इंसान कागज के तुकडे़ कमाने में न जाने कितनी राते गुज़ारी सपनो के बिना। कभी तो तुम व्क़्त निकाल लिया करो मॉं बाप के साथ बिताने कुछ लम्हो के लिए, अपने लिये ना सही कभी तो यू ही बे वजह मुस्कुरा लिया करो तुम अपनो के लिये । ये दुनियॉं रंगमंच है ,हम सब किरदारों का यहॉं किसी की कहानी आधुरी नही , तुम जो चाहो तुम्हें मिले ये भी ज़रुरी नही दोस्तों मुस्कुराते रहो ज़िन्दगी इतनी भी बुरी नही। by -akshay chauhan muskurate raho ! #nojotoIIITM