पर टूटने के बाद भी, मैं उड़ान भर रहा हूँ। ये जिंदगी तुझसे ,अब नहीं मैं ड़र रहा हूं। माना कमी रही मेरी , जो कामयाबी मिली नहीं। पर किस्मत तुझसे से भी तो खुशियां मेरी झिली नहीं। सपनो के लिए नींद को ,अब कम कर रहा हूँ। ये जिंदगी तुझसे ,अब नहीं मैं ड़र रहा हूं। yunhi