प्रणय मिलन की वेला है, हृदय करे कैसे इनकार, अंग-अंग प्रफुल्लित हैं, उत्सुक करने को दीदार, तरसते नैन, लरजते होठ, चाहत हिय में बेशुमार, हृदय मिलन को आतुर, दिल हो रहा था बेकरार, गर्म सांसें, बढ़ता स्पंदन,तेरा नशा का उठता ज्वार, सुमन सुगंध एक होने को, कोशिश कर रहे अपार। Challenge -15 ... #collabwithप्रेमलेखन #प्रेमलेखन #तेरा_नशा_ 👔- सभी लेखक अपनी रचना 6 लाईन में लिखे । 👔- इस प्रतियोगिता का विजेता कल शाम 7 बजे टेस्टीमोनियल के माध्यम से घोषित किया जायेगा । 👔- सभी ज्यादा से ज्यादा कोलब करें । 👔- धन्यवाद ।। #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine