मैं बाज़ार में खड़ी थी एक दिन सोचा कि देखें ये दिल का व्यापार होता कैसे है एक सौदागर आया, मुझसे मोल भाव करने लगा उसके प्यार की कीमत बहुत ज्यादा तो ना थी पर महंगाई के जमाने में ज्यादा सस्ती भी ना थी सोचा कुछ इंतजाम करते हैं धेले पैसे का हिसाब करने का सोचा गुल्लक फोड़ डाली अपनी यादों की पुरानी संदूकची भी खोल डाली परम्पराओं की गलती से एक कागज़ात मेरे हाथ लग गए मेरे रूह तक के गिरवी होने की बात दिखा गए उस पर दस्तखत अपने ही खून ने की थी मोहर भी बड़े बुजुर्गों की करी करायी थी मेरे हाथों में कागज़ात वैसे के वैसे पड़े थे तभी पीछे से आकर किसी ने जोर से पकड़ा था देखा तो दरवाजे पे वही सौदागर खड़ा था मैं उसका हिसाब जब तक सोच पाती वो अपना हिस्सा जबरदस्ती ही हासिल कर के लौटा उसके दिए घावों ने तन से ज्यादा मेरी ज़ात को नोंचा और ये कमाल तो देखो मेरी ज़ात तो कागज़ की एक पुड़िया निकली अब फाड़ू या चीरूँ मैं बिकने का सामान हूँ इस सच को कैसे छुपाऊँ...... #sexual #abuse #rape #incest #love #YQbaba #YQdidi