रावण का पुतला जलाने वालों रावण जिंदा रखा सीने में अच्छा हुआ सीता हरण हुई पुराने जमाने में रावण केवल दस सिर का प्रतीक नहीं रावण अतताइ यह केवल ठीक नहीं था असुरपति यह यह केवल ठीक नहीं ब्राह्मणों का अभिमान था रावण भुपों के भोग,विलास का प्रतीकात्मक रूप था रावण सच कहूं तो तुमसे कहीं मर्यादा में मर्यादित था रावण रावण का पुतला जलाने वालों रावण को जिंदा रखा कूकृत्य के अंशों में आज भी रावण दाह होता दिल्ली और हरियाणा में हवसी था रावण यह याद रखा निर्भया कांड हुआ दिल्ली में रावण मरा नहीं रावण पला हमारे गलियों में आज सोचता हूं सीता हरण तो रूह कांप उठता पसीना आता पूस महीने में वुमंस डे के बाद वुमंस की गति पर रावण का चिंतन। -नंदन ©M.N.Sahitya Sangh,Katihar Mn75 #Women रावण का पुतला जलाने वालों रावण जिंदा रखा सीने में अच्छा हुआ सीता हरण हुई पुराने जमाने में रावण केवल दस सिर का प्रतीक नहीं रावण अतताइ यह केवल ठीक नहीं था असुरपति यह यह केवल ठीक नहीं ब्राह्मणों का अभिमान था रावण