चलो, आज महिला दिवस भी मना लेते हैं, कुछेक दिन ही दिए है इस समाज ने, लोगों से अपनी इज़्ज़त करवा लेते हैं, बहुत सहनशीलता रखती है औरतें, वरना आज International men's day मना रहे होते, चलो छोड़ो, कोई ना.... आज फ्री की यात्रा तो कर लेते हैं, अभी सुबह से शाम तक अपना महल छोड़ देते हैं, कही दूर उड़ चले...पर शाम का खाना, बच्चो का सम्भालना,बुज़ुर्गों की दवाई सभी का वक्त, उड़ने से पहले ही पैरो में बेड़िया डाल देता हैं, 8 मार्च को 🔗 (infinite) तो बनने में बहुत पीढ़ियां लग जायेगी, चलो आज हम इसकी शुरुआत तो कर देते हैं, फिर भी चलो आज महिला दिवस तो मना लेते हैं। ©अर्पिता #महिला दिवस