न मैं अन्नदाता न मैं किसान हूं दो जून की रोटी के लिये करता क्ष्रमदान हूं।। कहां लडने की फुर्सत मुझे किसी से मैं तो अदना सा खेत हूं,खलिहान हूं।।न मैं अन्नदाता।। स्वार्थ नहीं,लालच नहीं,बस अपनापन है हाथ पसारूं न किसी के सामने, अपने परिवार का स्वाभिमान हूं,।।न मैं अन्नदाता।। ऐ राजनीति,जरा बख्श दे मुझे जो मिलेगा बसर है, सब्र है चाहता मैं बस आबाद हिंदुस्तान हूं ।।न मैं अन्नदाता।। @avran #आवरण #life #lifeisbeautiful #aavran #kisanandolan #kisan #politics