ये दिल की ख़ामोशी है या धड़कनों का शोर है , जहाँ भी देखु वो ही नज़र आए , शायद यही आशिक़ी का आखरी दौर है , मैं कुछ और ही था उससे मिलने से पहले , अब तो आइना भी कह रहा है ये शख़्स कोई और है ।। ©Gautam Sharma #मुहब्बत_तुमसे_नफरत_है