यूँ तो तन्हा भी चलना पड़ेगा तुम्हे, गिर के खुद भी सम्भलना पड़ेगा तुम्हे।। दूर बैठे मोहब्बत तो होती नहीं, इश्क में हमसे मिलना पड़ेगा तुम्हे। लूंगा मैं जब तुम्हे अपने आग़ोश में , बाजुओं में सिमटना पड़ेगा तुम्हे।। होगी रुख़सत जो मुझसे मेरी जान तू, मुड़ के पीछे पलटना पड़ेगा तुम्हे। लाख रुसवा करेगा जमाना हमे, बंदिशों से निकलना पड़ेगा तुम्हे। दूरियां तुम में -हम में जो होंगी कभी, रास्ता भी बदलना पड़ेगा तुम्हें।। ✰ℑƙ☆ ये दुनिया बहुत मतलबी हैं जीने का अंदाज़ बदलना पड़ेगा तुम्हें...!!! #need_to_change