संग संग चलना अधूरा रह गया तूने ये बात आजतक मुझसे छिपाई क्यूँ थी ? जब दूर ही जाना था तो पास आई क्यूँ थी ? खता मेरी अकेले ही नही इस हद तक जाने को, जिस पल तू मिली थी मुझसे मुस्कुराई क्यूँ थी ? ...shyam जिस पल तू मिली थी मुझसे मुस्कुराई क्यूँ थी..