"कद्र तेरी कभी तारीख ने जानी हीं नहीं, तुझमें शोले भी है, सिर्फ़ अश्क फिसानी हीं नहीं, तू एक हक़ीक़त भी,कोई दिलचस्प कहानी भी नहीं, तेरी हस्ती भी एक चीज़ है सिर्फ़ जवानी हीं नहीं, तेरी तारीख का उन्वान बदलना है तुझे, उठ मेरी जान मेरे साथ हीं चलना है तुझे।।" #Women_Special #caringperson #womeniya