Nojoto: Largest Storytelling Platform

आज़ हम और वह मिले उसका हाथ किसी ओर के हाथ में था।

आज़ हम और वह मिले
उसका हाथ किसी ओर के हाथ में था।
मैंने भी किसी ओर का हाथ थाम रखा था।
हम दोनों की सिर्फ़ नज़रे मिली।
ओर फिर वह अपने रास्ते, हम अपने रास्ते पर थे
क्या मोहब्बत का अंजाम हैं।

©मुसाफिर
  #जुदाई