धर्मो ने ही धर्म की हत्या की है आज अगर धर्म की जगह अधर्म दिख रहा है. और आदमी के हाथों मे बुझा हुआ दीया दिख रहा है तों इस दीए को बुझाने वाले लोग न तों कोई राजनीतिज्ञ नकोई नास्तिक. न वैज्ञानिक . न भौतिकवादी है... इस दीये क़ो बुझाने वाले लोग तथाकथित धार्मिक लोग है.... osho ©Parasram Arora धर्म की हत्या