छोड़ों अब तुम ये सिलसिला नफरत का सच कहूं तो ये तेरी आदत खानदानी लगती है एक तुम ही तो समझो ये जज़्बात मेरे दुनिया को ये मेरे ख्वाब भी कहानी लगती है आफत भी आ जाए तो तुम मुस्कुराती हो डांट लगाऊं तो यार ये लड़की शर्मानी लगती है ©Deependra jha #KiaraSid #parts