दोहा:-
बोलो सीता राम सब , बोलो राधेश्याम ।
यही जगत में सत्य है , भज ले प्यारे नाम ।।
बाला जी महराज की , कृपा रहे दिन रात ।
अब तो उनके भक्त की , बढ़ जाये तादात ।।
क्यों लड़ते हो आप अब , लव नगरी लाहौर ।
लेने दो हमको शरण , वो भी अपना ठौर ।।
धाम अयोध्या पास में , बसा लखन पुर देख । #कविता