Nojoto: Largest Storytelling Platform

प्रेम का अर्थ यदि कामना से है, ​तो वह प्रेम नही, ​

प्रेम का अर्थ यदि कामना से है,
​तो वह प्रेम नही,
​प्रेम से कुछ भिन्न है,
​प्रेम का भ्रम है,
​​जिस प्रकार पूजन मे प्रयोग होने वाले,
​अक्षत के दाने का अर्थ चावल नही है,
​ठीक वैसे ही,
​प्रेम का अर्थ,
​कामना भी नही है..।।
​
​प्रेम की परिकल्पना यदि सुख से है,
​तो वह प्रेम नही,
​प्रेम से कुछ विलग है,
​प्रेम का संशय है,
​जिस प्रकार अग्नि के रौशनी करने की,
​परिकल्पना दीपक नही है,
​ठीक वैसे ही,
​प्रेम की परिकल्पना,
​मात्र सुख भी नही है..।। #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे

#प्रेम

प्रेम का अर्थ यदि कामना से है,
​तो वह प्रेम नही,
​प्रेम से कुछ भिन्न है,
​प्रेम का भ्रम है,
प्रेम का अर्थ यदि कामना से है,
​तो वह प्रेम नही,
​प्रेम से कुछ भिन्न है,
​प्रेम का भ्रम है,
​​जिस प्रकार पूजन मे प्रयोग होने वाले,
​अक्षत के दाने का अर्थ चावल नही है,
​ठीक वैसे ही,
​प्रेम का अर्थ,
​कामना भी नही है..।।
​
​प्रेम की परिकल्पना यदि सुख से है,
​तो वह प्रेम नही,
​प्रेम से कुछ विलग है,
​प्रेम का संशय है,
​जिस प्रकार अग्नि के रौशनी करने की,
​परिकल्पना दीपक नही है,
​ठीक वैसे ही,
​प्रेम की परिकल्पना,
​मात्र सुख भी नही है..।। #पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे

#प्रेम

प्रेम का अर्थ यदि कामना से है,
​तो वह प्रेम नही,
​प्रेम से कुछ भिन्न है,
​प्रेम का भ्रम है,
akalfaaz9449

AK__Alfaaz..

New Creator

#पूर्ण_रचना_अनुशीर्षक_मे #प्रेम प्रेम का अर्थ यदि कामना से है, ​तो वह प्रेम नही, ​प्रेम से कुछ भिन्न है, ​प्रेम का भ्रम है, #yqdidi #yqhindi #yqquotes #bestyqhindiquotes