मनोभाव...⊙ जब प्यास लगी हो… तब पानी की… हर घूँट का स्वाद… और महत्व… हमारा यह देह… समझता है… और आत्मा… वहीं तृप्त हो जाती है… यद्यपि #प्यास_के_बाद… भरा गिलास… खाली भी हो जाए तो… वह पानी मात्र… पानी ही लगेगा… ठीक उसी प्रकार… जिस प्रकार से… तुम मुझे याद रखते हो… कि तुम मुझे भूल ना जाओ… वहीं मैं तुम्हें भूल नहीं सकती… क्यूँकि तुम्हारे अतिरिक्त… मेरा #मैं_भी_मेरा_नहीं ॥ #वास्तविकता✍️♥️🧔🏻 ©purvarth #Time