खुश हूं मैं की तू आसमान चूम रहा है, अनजाने से शहर में अब खुद को यूं ढूंढ रहा है, तू भूल गया कि उस छोटे से कमरे में हम साथ हुआ करते थे, जब सिख रहे थे हम तो पास हुआ करते थे, अनजान से लोगों में बस हम दो ही तो साथ थे, ना तू किसी को जानता था ना मैं किसी से बोला था, जब साथ सफर ये शुरू किया,हम दोनों को भरोसा था, चाहे कोई रहे ना रहे बस तुझसे ही तो मोह सा था, एक तू ही तो दोस्त मेरा, बस मुझे चाहिए साथ तेरा, your best friend can never be your hater.......and time is not your personal thing it can be change in any moment. #friend #friends #friendship #dosti #trust