#फ़रेब कितने भी फैला दे #ऐ ज़ालिम ज़माने वाले #मुझे तो चाहेंगे ही #मेरे चाहने वाले।। #रुख पे पर्दा जितना भी कर ले #बेपर्दा कर देंगे #तुझे मिलने वाले #@आशीष द्विवेदी