सोचता हूं कभी...सबसे पहले... किसने कहा होगा...?? या शुरुआत... कहा से हुई होगी...? कि... ""अच्छा सुनो...ये.... बाल... यु ही खुले रहने दो, रेशमी और बिखरे अच्छे लगते है! जुल्फो को.. यु चेहरे पर उतरने दो, इन्हें संवरना अच्छा लगता है! नजरे...यु ही उठी रहने दो, इनमे निहारना बड़ा सुकून देता है! बिंदिया..हलकी छोटी गाढ़ी वाली, इसी चेहरे पर खूब जचा करती है! मेहंदी...हाथो पर मेहरुनी वाली, मेरे नाम के तर्ज पर निखरती है ! साथ...तुम्हारे कुछ दूर तक चलना, एक यही वक़्त तेजी से गुजरता है"" आखिर कहा दर्ज होंगे कई सवाल...?? वेदो या पुराणो पर... पन्नो या दीवारो पर.... खतो या इंतजारो पर ... आखिर.. किनसे कहा होगा.... ?? कि..... Better view सोचता हूं कभी...सबसे पहले... किसने कहा होगा...?? या शुरुआत... कहा से हुई होगी...? कि... ""अच्छा सुनो...ये....