आज-कल जवाबों से घिरी हुं जिंदगी का सवाल ढूंढ़ती हुं। हकीकत तो मुझे ठुकराने लगी है जुनूनियत का एक ख्याल ढूंढती हूं। कितनी कोशिशें नाकाम रहीं मेरी कितनी बार मन को मनाया था। दुनिया मेरी भी लाखों बार उजड़ी थी मैने हरबार नया घोंसला बनाया था। #Sawal #shortlyhuge#nojotopost #nojotohindi#kavishala