चलते चलते राहे जिंदगी की शाम हो गई जिंदगी की सारी खुशियाँ तमाम हो गई, खुशियाँ तमाम हुई तो जिंदगी भी लाचार हुई इश्क कर बैठे हम गम से आँखे चार हुई, लाखों दुख सहने पर भी मौत मुझे छुआ ही नहीं, ऐसा लगा की जीवन मे जैसे कुछ हुआ ही नहीं । लम्हा लम्हा बदलती हुई ज़िन्दगी में बदलते हुए हम। #हुआहीनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #anil_madhukar