शहरे-बाज़ार में कितनी चहल क़दमी है; मेरा मन कितना शान्त है , लोगों में दिवाली का कितना उत्साह है, मेरा मन कितना शान्त है; पिछले बरस बिछड़े यार की क़सम, मैं उसे याद कर रोया नहीं, मेरी आँखें कितना शान्त हैं !! ©Anoop Mohan #educationday #दीवाली