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कल क्या होगा मत सोच। तू मुझ मैं समा के मेरी आज बन

कल क्या होगा मत सोच। 
तू मुझ मैं समा के मेरी आज बन जा।।
ताउम्र समेटे रख्खू तूझे खुद से मैं।
तू मेरी ऐसी लीबाज बन जा।
लोग तुझमें मुझे देखें।
मुझमें तूझे ऐसी हसी अंदाज बन जा।।
मैं झूम उठू जिस धून पे।
उस धून की तू साज बन जा।।
मेरे दिल ♥ से जो पहला नाम आऐ।
उस नाम की तू पेहली अवाज बन जा।।
तुझे पाने के बाद ख्वाहिश नहीं जमाने की।
तू मेरे लिए मेरी दुनिया मेरी समाज बन जा।।
तूझे देख कर याद आऐ मुझे रब। 
तू मेरी गीता मेरी नवाज बन जा।।
मेरे हर खिस्से तूझ से शुरू होकर तुझ मे समाऐ।
तू ऐसी अनकही राज बन जा।।
तू कहे तो बन जाऊ तेरा साॅहजहा। 
बस तू मेरी खाबों की मुहताज बन जा

©Pankaj Kumar
  मुमताज बन जा
pankajkumar3694

Pankaj Kumar

Silver Star
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मुमताज बन जा #शायरी

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