चाय तुम आई जब से जीवन में हो गए तेरे वश में हुए प्रेम के वशिभूत यूँ चमत्कार है रस में दूध मिलाया संग तेरे व मिला दिया है शक्कर आई सज धज करके जब तुम चल गया दिल पे चक्कर भूल गए गुड़ चना को हम सब भूल गए हम सत्तू भूल गए हम छाछ व लस्सी हो गए तुम पर लट्टू सीख लिया तेरे आते ही ब्रेड टोस्ट भी खाना लुटा दिया तुम पर सेहत का इक अनमोल खजाना सो रोगों को संग में लायी फिर भी हमें तुम प्यारी इक दिन हमको अगर मिली ना पड़ता दिल पर भारी आज जहाँ पर राज है तेरा बढ़ने लगी है कीमत तुम अपने प्रेमी की सेहत चाट रही बन दीमक बेखुद नशा है तेरा ऐसा छोड़ न पाए कोई तेरे बिना सुनी सुनी सी लगती आज रसोई ©Sunil Kumar Maurya Bekhud #Tea