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तेरी चाहत का दर्द, किस कदर, पीना पड़ा मुझे, तुम क

तेरी चाहत का दर्द, किस कदर, पीना पड़ा मुझे,
 तुम क्या जानो? 
तू करीब है मेरे, पास नहीं, दूर होने का दर्द, 
तुम क्या जानो? 
दिल में दर्द लिए जीता हूँ,
तुझे अपनी चाहत का पैग़ाम देने को, 
मेरी चाहत है, अनमोल, तुम क्या जानो?

©Laxmi Tyagi
  # चाहत का दर्द
laxmityagi1712

Laxmi Tyagi

New Creator

# चाहत का दर्द #शायरी

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