कही गुंजे नाम तो कही शरारतें उसकी , 🌺 झुका आदत से अपनी देख रंजिशें उसकी ,💐 सुन रि उलझन शिकायत है मुझे तुझसे ,🌹 क्यों भूल रहा साज़िश कर ख़्वाहिशें उसकी , 🌺 देख चाहत है मेरा टकराऊंगा तुझसे भी कभी ,🌹 फिलहाल रोक दे उड़ाने सुन इबादतें उसकी ।♥️ ©Kavynagari Sher & Shayari #poetry #hindipoetry #kavynagari #hindikavita #kavitahindi #kavitaoftheday #bestpoetry #kavita #kavy #Stars