जिसने संघर्ष किया है कल मौका है! कल सबको लगाना चौ

जिसने संघर्ष किया है कल मौका है! 
कल सबको लगाना चौका है!! 
हर एक उन रातों का,बदला लेने के लिए
जिन रातों को आप,को बहुत कुछ सहना पड़ा
सही होते हुए भी,ना जाने चुपचाप,घुटन से चुप रहना पड़ा। 
जब माँ की ममता के,लिए आप तड़पे
और घर से दूर रहे,और covid मे उनसे
नही मिल पाए,मजबूर रहे! 
जब जमाने ने,आपको ताने दिये
जब अपनो ने आप,को लायक नही समझा
जब दुनिया ने,इस संघर्ष का ,आपको नायक नही समझा! 
जब आप अकेले रातों,मे चुपचाप रोये हैं
और उस सपने को,संजो कर खुली,आँखों से सोये हैं! 
जब गरीब माँ पिता,से पैसे मांगने मे
फोन पर होंठ काँपे हैं,जब इस चाहत 
मे ना जाने कितने,बड़े छलांग नापे हैं! 
कल की छलांग बाकी है,माना तौयारी की थकान बाकी है
 माना कल पहली ही सीढ़ी है,उसे जीत और चढ़ 
दिखाना है दुनिया को,कि मेरी असली उड़ान बाकी है!!!! 
माँ बाप ने बहुत सहा,अब आनी उनकी शान बाकी है
रो बहुत लिए दुःख से ऐ बेरुख जिंदगी
देख आनी मेरी मुस्कान बाकी है! 
दिखाना है दुनिया को
कि असली उड़ान बाकी है❤️

©purvarth #BigDream
जिसने संघर्ष किया है कल मौका है! 
कल सबको लगाना चौका है!! 
हर एक उन रातों का,बदला लेने के लिए
जिन रातों को आप,को बहुत कुछ सहना पड़ा
सही होते हुए भी,ना जाने चुपचाप,घुटन से चुप रहना पड़ा। 
जब माँ की ममता के,लिए आप तड़पे
और घर से दूर रहे,और covid मे उनसे
नही मिल पाए,मजबूर रहे! 
जब जमाने ने,आपको ताने दिये
जब अपनो ने आप,को लायक नही समझा
जब दुनिया ने,इस संघर्ष का ,आपको नायक नही समझा! 
जब आप अकेले रातों,मे चुपचाप रोये हैं
और उस सपने को,संजो कर खुली,आँखों से सोये हैं! 
जब गरीब माँ पिता,से पैसे मांगने मे
फोन पर होंठ काँपे हैं,जब इस चाहत 
मे ना जाने कितने,बड़े छलांग नापे हैं! 
कल की छलांग बाकी है,माना तौयारी की थकान बाकी है
 माना कल पहली ही सीढ़ी है,उसे जीत और चढ़ 
दिखाना है दुनिया को,कि मेरी असली उड़ान बाकी है!!!! 
माँ बाप ने बहुत सहा,अब आनी उनकी शान बाकी है
रो बहुत लिए दुःख से ऐ बेरुख जिंदगी
देख आनी मेरी मुस्कान बाकी है! 
दिखाना है दुनिया को
कि असली उड़ान बाकी है❤️

©purvarth #BigDream