पर नसीब में नही था वो मेरे मुझ को यकीन है धीरे धीरे इतनी दूर हुआ की बस जुदा हो गया सोचा कि उस से मिल कर मुक्कमल हो जाऊं कुछ ऐसे वो ओझल हुआ कि धुआं हो गया #YourQuoteAndMine Collaborating with Sunita Arora Collaborating with meenakshi rohatgi