अगर आपको जाट को समझना है तो, दीपक दहिया को देखिए। सेना के जाट रेजिमेंट को देखिए। देवी संहिता में वर्णित, शिव जी के जट्टा से जन्मे जाट जाति, वास्तविक क्षत्रिय एवं मेहनती कौम है। इनकी यारी, इनकी बोली, इनका चाल - चलन मस्तमौला होता है। ये ज्यादा सोचते नहीं, बस कर डालते हैं, ज्यादा सोचन से आदमी धूर्त हो जाता है। ये प्रजाति बहुत ईमानदार, देशभक्त,दिमाग से कम और दिल से ज्यादा सोचन वाले होवे हैं। ये यारों के यार और दुश्मनों का काल होवे हैं। इनकी वीरता, इनका अक्खड़पन अक्सर इनका ग़लत इंप्रेशन बना देते हैं, पर ये वैसे होते नहीं, जैसे दिखते हैं। इसलिए कहा गया है अनपढ़ जाट पढ़ा जैसा पढ़ा जाट, ख़ुदा जैसा। जय सूरजमल महाराज की। #jaat #community #patriotism