Unsplash प्यार निभाना पड़ता है, दुःख हज़ार हो मगर, हर हाल में मुस्कुराना पड़ता है। दिल में दबे ज़ज़्बातों को, एहसास कराना पड़ता है। मोहब्बत सच्ची हो, मगर विश्वास बनाना पड़ता है। मोम सा है रिश्ता प्यार का, ख़ुद को पिघलाना पड़ता है। उस चाँद के दीदार में, नींदें गवानी पड़ती हैं। आसान नहीं है मोहब्बत, इंतेहा से गुजरना पड़ता है। जो खो गए हैं मैं की आड़ में, मैं' से 'हम' में बदलना पड़ता है। इश्क़ का हाल बुरा है, आँखों को सुँझाना पड़ता है। ©theABHAYSINGH_BIPIN #Book प्यार निभाना पड़ता है, दुःख हज़ार हो मगर, हर हाल में मुस्कुराना पड़ता है। दिल में दबे ज़ज़्बातों को, एहसास कराना पड़ता है।