कीचड़ में जल रहा तो वहां भी कँवल खिला शाश्वत नहीं है कोई भी शिकवा ,कोई गिला इंसान हो, इंसानियत की कद्र सीख लो यार जंगों में यहां कौन सी कौमों को सुख मिला. ©Nitin muntzir ki dayri ©Nitin Arya Muntzir #war #russiya #ukraine Ritika Singh