अल्फ़ाज़ धरती पे रोज उतरतीं हैं पाक रूहें, पर न जाने क्यूँ?? जिस्मों में आकर भटक जाती हैं।। #धरती पे रोज उतरतीं हैं #पाक #रूहें, पर न जाने क्यूँ?? #जिस्मों में आकर भटक जाती हैं।। #Uशुभ