आबो हवा नही अच्छी लगती अब बिन तुम्हारे लगता है आगया जीना तुझको अब बिन हमारे सिसकियों में गुजरती हर रात नींद को हैं तरसे आँखे खोलती राज दिखाकर अपने दो किनारे हरदम हर घड़ी रहते हो ख्यालों में बड़ी बेदर्दी से वक़्त भी ढाए सितम बस जिंदा हूँ यादों के सहारे नज़र न आता कुछ भी आँखे तरसे एक दीदार को जमी पे रखते क़दम खोजे जहाँ तहाँ अन्धे सितारे ग़म है न ख़ुशी बस बीरान सा मंजर सारा लगता सोंच के बीते लम्हों की यादे हर बार दिखते नजारे साथ जो छूटा जुदा हुए इस क़दर लगता खालीपन जलता मन राख हुआ लगती नही अब वैसी बहारे उम्मीदे न आने की जब दूर जाना ही था मर्जी तेरी इस दिल को क्या बताएं जो आने का रास्ता निहारे ©ALOK SHARMA #shayree #Love #love❤ #gajal #Hopeless